- फिल्म अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी पति राज कुंद्रा के साथ श्री महाकालेश्वर मंदिर पहुंची, शिव जाप कर करीब आधे घंटे तक भगवान महाकाल की आराधना की।
- 66वें अखिल भारतीय कालिदास समारोह का समापन आज: एक सांस्कृतिक गौरव; उच्च शिक्षा मंत्री इंदरसिंह परमार और मंत्री चैतन्य काश्यप होंगे शामिल, 10 कलाकारों को किया जाएगा सम्मानित
- भस्म आरती: चंद्र के साथ त्रिशूल त्रिपुण्ड से राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, चारों ओर गूंजे जय श्री महाकाल के जयकारे
- भस्म आरती: राजा स्वरूप में सजे बाबा महाकाल, धारण की शेषनाग का रजत मुकुट, रजत की मुण्डमाल और रुद्राक्ष की माला
- भगवान महाकाल को दान में आई अनोखी भेंट! भक्त ने गुप्त दान में चढ़ाई अमेरिकी डॉलर की माला, तीन फीट लंबी माला में है 200 से अधिक अमेरिकन डॉलर के नोट
चांदी की पालकी में निकलेगी काल भैरव की सवारी:सिंधिया परिवार की पगड़ी पहनेंगे, केंद्रीय जेल के बंदी करेंगे पूजन
डोल ग्यारस पर भैरवगढ़ क्षेत्र में स्थित श्री काल भैरव की सवारी मंगलवार को मंदिर परिसर से निकलेगी। भगवान काल भैरव चांदी की नई पालकी में विराजित होकर नगर भ्रमण के बाद वापस मंदिर लौटेंगे। सवारी निकलने के पहले बाबा काल भैरव को सिंधिया परिवार की पगड़ी धारण कराई जाएगी।
मंगलवार को भाद्रपद शुक्ल एकादशी को काल भैरव मंदिर पर विभिन्न धार्मिक आयोजन सुबह से शुरू हुए। सुबह भगवान काल भैरव का पंचामृत से अभिषेक कर भैरव सहत्र नामावली का पाठ किया गया। भगवान का दिव्य श्रृंगार कर छप्पन भोग लगाया गया। सांय 4 बजे मंदिर परिसर में भगवान महाकाल के सेनापति का कलेक्टर आशीष सिंह पूजन करेंगे । इस दौरान भगवान काल भैरव के मुखौटे को चांदी की पालकी में विराजित कर आरती की जाएगी । इसके पश्चात कलेक्टर ने पालकी को कंधा लगाकर नगर भ्रमण के लिए रवाना करेंगे। बाबा की सवारी के साथ ढोल, बैंड, झांकी, अखाड़े, ध्वज, हाथी, घोड़े, बग्घी के साथ निकलेगी। गौरतलब है कि बाबा काल भैरव की सवारी के लिए एक भक्त द्वारा पिछले दिनों ही करीब 10 लाख की लागत से 16 किलो चांदी लगाकर पालकी तैयार करवाई है।
सिंधिया परिवार की पगड़ी धारण करेंगे काल भैरव
सवारी निकलने के पहले सोने-चांदी के आभूषण से भगवान काल भैरव सजेंगे और परंपरा अनुसार बाबा को सिंधिया परिवार की ओर से पगड़ी अर्पित की जाएगी। वर्षो से सिंधिया परिवार द्वारा बाबा महाकाल के सेनापति के लिए पगड़ी पहुचाने की पंरपरा रही है।
जेल गेट पर होगा सवारी का पूजन
बाबा काल भैरव की सवारी मंदिर से रवाना होकर जेल चौराहे पर पहुंचेगी। यहां जेल प्रशासन द्वारा पूजन किया जाएगा। इसके पश्चात नया बाजार, भैरवगढ़ नाका, माणक चौक, महेंद्र मार्ग होते हुए सिद्धवट पहुंचेगी। यहां पर मां शिप्रा व भगवान सिद्धनाथ महाराज का पूजन किया जाएगा। वापसी में सवारी बृजपुरा होते हुए जेल तिराहा से काल भैरव मंदिर आकर समाप्त होगी। समापन में भगवान की आरती की जाएगी।